सोमवार, 2 अगस्त 2021

जी चाहता है...


 

जी चाहता है... 

क्‍यों गुजर जाते है पल,

क्‍यों लौटकर नहीं आते सदियां वो कल।

 

क्‍यों किसी के वस्‍ती में 

ठहर जानें को जी चाहता है।

क्‍यों किसी के पहलु में 

विखर जाने को जी चाहता है।

 

खिंची है सफेदी पर यादों कि काली लकिर,

क्‍यों वर वक्‍त ढुंढ़ ले आते है मुझें

मन को चुभने वाले वो तीर !

 

क्‍यों तन्‍हाई के धागों से लिपटकर 

रोने को जी चाहता हैं।

क्‍यों किसी कि आतिश में फिर 

जल जाने को जी चाहता है। 

--- 

आतिश

 

 

                                                        

17 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही उम्दा और भावात्मक रचना!
    काश गुजरे हुए वक्त में जाने का भी कोई रास्ता होता!

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. धन्यवाद! मेरी रचनाओं को सराहने के लिए।
      वैसे आपकी पंक्तियां भी heart touching होती है।
      धन्यवाद!

      हटाएं
  2. बहुत बहुत धन्यवाद ! अपना सहयोग युहीं बनायें रखें।
    इस चर्चा कैसे शामिल हो सकता हूँ?

    जवाब देंहटाएं
  3. "नदी तुम बहती रहो"(चर्चा अंक-4149)क्लिक करेंगे तो आप प्रस्तुति पर पहुंच जाएंगे जिसमें अन्य ब्लॉगस् के साथ आपकी रचना का लिंक भी मिलेगा।आप फॉलोअर्स का widgetभी लगाइए जिससे आपको अन्य ब्लॉगरस पढ़े फॉलो करें । अनन्त शुभकामनाएं आपकी लेखन यात्रा हेतु ।

    जवाब देंहटाएं
  4. उत्तर
    1. धन्यवाद ! मान्यवर ,
      सुझाव एवं सहयोग बनाये रखें।

      हटाएं
  5. बहुत ही सुंदर हृदयस्पर्शी सृजन।
    हार्दिक बधाई।
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत मर्मस्पर्शी सृजन, पर प्रश्न ऐसे हैं जो अनुत्तरित हैं, अपना ही अंतस मौन मंथन में भटक के बारे बार पूछता है, बस उतर नहीं देता।
    सुंदर सृजन।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद !
      सुझाव और सहयोग देते रहें।

      हटाएं
  7. आदणीय धन्यवाद!
    चुंकि मैं नया हूँ मेरी रचनाओं पर नजर बनायें रखें। यदि कोई श्रुटि हो तो कृप्या सुझाव और सहयोग देते रहें।
    पुनः धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  8. सुंदर सृजन आदरणीय , बहुत बधाइयाँ ।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. मान्‍यवर बहुत-बहुत धन्‍यवाद ।
      युं मेरी रचनाओं पर नजर बनायें रखें यदि कोई सुझाव हो तो कृप्‍या दें।

      https://feelmywords1.blogspot.com/2021/08/blog-post_2.html#comment-form

      हटाएं
  9. उत्तर
    1. आदरणीय धन्‍यवाद ।
      कृप्‍या अपना सुझाव और सहयोग बनायें रखें ।

      https://feelmywords1.blogspot.com/2021/08/blog-post_2.html#comment-form

      हटाएं

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